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Daily Business Newspaper | A Knowledge Powerhouse in Hindi

23-04-2025

समय की चाल और ज्योतिष की डिमांड!

  •  इंसान को अपना भविष्य जानने से ज्यादा उत्सुकता शायद ही और किसी बारे में रहती है जिसके चलते भविष्य के संकेत देने के दावे करने वालों की डिमांड आजकल इकोनोमी व कारोबारी माहौल के हिसाब से घटने-बढऩे लगी है। अगर कोई कारोबार सही चलते-चलते कुछ समय के लिए मुश्किलों से घिर जाता है तो अन्य उपायों पर सोचने से पहले ज्योतिष की सलाह लेकर आगे बढऩे का ट्रेंड कई कारोबारों का महत्वपूर्ण हिस्सा बन रहा है। चंद्रमा सहित ग्रहों के प्रभाव को समझकर उनके असर के बारे में बताने वाली यह Science आजकल कई लोगों का Passion बन चुकी है जो कम उम्र में यह स्किल सीख रहे हैं व उसके रिजल्ट की बारीकी से स्टडी कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर मिनटों में ज्योतिष सिखाने वालों की कोई कमी नहीं है जो ऐसे-ऐसे उदाहरण देकर अपनी सफलता की कहानियां बताते हैं कि उन्हें देखने वालों के लिए अपना भविष्य जानने की कोशिश करना सबसे जरूरी काम बन जाता है। एशिया में विशेषकर भारत व आस-पास के देशों में ज्योतिष विद्या का सदियों से महत्वपूर्ण स्थान रहा है जहां हर समाज व धर्म के लोग अपने-अपने तरीकों से इस विद्या का उपयोग करते आए हैं। एक कारोबारी अपने फोन पर एप द्वारा ग्रहों की चाल पर लगातार नजर बनाए रखता है जिससे उसे आने वाले समय में होने वाली घटनाओं के संकेत मिलते है व कमाई के कम-ज्यादा होने के बारे में भी अंदाजा मिलता है, ऐसा उसका अनुभव रहा है। कारोबारी ही नहीं बल्कि कई राजनेता व बड़े पदों पर बैठे लोग भी लगातार अपने ज्योतिषि के संपर्क में रहते है व अपने बड़े निर्णय उनकी सलाह के बिना नहीं लेते जिनमें नया कारोबारी निर्णय, चुनाव लडऩे व प्रचार से संबंधित निर्णय, घाटे से बाहर निकलने के उपाय और किस सेक्टर में कारोबार करना है आदि प्रमुख है। ऐसे लोगों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है जो मानते है कि ज्योतिष शास्त्र से इंसान को अपना फ्यूचर जानने व उसे कंट्रोल करने की पॉवर मिल सकती है व इससे जीवन में होने वाली अनचाही घटनाओं का प्रभाव कम किया जा सकता है। हमारे यहां शादी-ब्याह के मामलों में कुण्डली के मिलान करने की प्रथा है जिसकी उपयोगिता बदलते सामाजिक माहौल में कम होती जा रही है वहीं दूसरी तरफ लोग अपनी पर्सनल खुशहाली यानि फाइनेंशियल फ्यूचर के बारे में इतिहास में सबसे ज्यादा चिंतित रहने लगे हैं जिसे जानने के लिए ज्योतिष विद्या मुख्य आधार बन गई है एक ज्यातिषि ने बताया कि उनके पास 80 प्रतिशत से ज्यादा लोग अपनी कारोबारी व प्रोफेशनल परेशानियों को लेकर आते हैं क्योंकि उन्हें लगता है कि उनकी पर्सनल मुश्किलों को वे खुद ही मैनेज कर सकते है। इनका कहना है कि इंसान के लिए फाइनेंशियल ग्रोथ सबसे जरूरी चीज बन चुकी है जिसके आगे बाकी सभी समस्याएं छोटी लगने लगी है। व्यक्ति के जीवन में समय की चाल का कितना महत्व है व क्या आने वाले खराब समय को अपने हिसाब से सही किया जा सकता है, इस सवाल का वैसे तो ठोस जवाब आजतक कोई नहीं ढूंढ पाया है पर ज्योतिष विद्या के जानकार ऐसा कर पाने का दावा करते है और शायद यही कारण है जिसके चलते कारोबारी दिग्गजों से लेकर राजनेता व आम आदमी भी उनकी सलाह मानते हुए अपने महत्वपूर्ण निर्णय लेते हैं। अगर ज्योतिष विद्या या स्किल से किसी अनहोनी व अप्रिय घटना का प्रभाव घट सकता है और कुछ उपाय या सलाह अच्छे रिजल्ट देकर खुशहाली में इजाफा करते है तो समय की चाल से तालमेल बिठाने के संकेतों का मिलना इंसान के लिए कुदरत का सबसे बड़ा तोहफा कहा जा सकता है जो शायद नसीब वालों को ही ज्यादा मिल पाता है, ऐसा कई लोगों के अनुभवों से पता लगता है।

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समय की चाल और ज्योतिष की डिमांड!

 इंसान को अपना भविष्य जानने से ज्यादा उत्सुकता शायद ही और किसी बारे में रहती है जिसके चलते भविष्य के संकेत देने के दावे करने वालों की डिमांड आजकल इकोनोमी व कारोबारी माहौल के हिसाब से घटने-बढऩे लगी है। अगर कोई कारोबार सही चलते-चलते कुछ समय के लिए मुश्किलों से घिर जाता है तो अन्य उपायों पर सोचने से पहले ज्योतिष की सलाह लेकर आगे बढऩे का ट्रेंड कई कारोबारों का महत्वपूर्ण हिस्सा बन रहा है। चंद्रमा सहित ग्रहों के प्रभाव को समझकर उनके असर के बारे में बताने वाली यह Science आजकल कई लोगों का Passion बन चुकी है जो कम उम्र में यह स्किल सीख रहे हैं व उसके रिजल्ट की बारीकी से स्टडी कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर मिनटों में ज्योतिष सिखाने वालों की कोई कमी नहीं है जो ऐसे-ऐसे उदाहरण देकर अपनी सफलता की कहानियां बताते हैं कि उन्हें देखने वालों के लिए अपना भविष्य जानने की कोशिश करना सबसे जरूरी काम बन जाता है। एशिया में विशेषकर भारत व आस-पास के देशों में ज्योतिष विद्या का सदियों से महत्वपूर्ण स्थान रहा है जहां हर समाज व धर्म के लोग अपने-अपने तरीकों से इस विद्या का उपयोग करते आए हैं। एक कारोबारी अपने फोन पर एप द्वारा ग्रहों की चाल पर लगातार नजर बनाए रखता है जिससे उसे आने वाले समय में होने वाली घटनाओं के संकेत मिलते है व कमाई के कम-ज्यादा होने के बारे में भी अंदाजा मिलता है, ऐसा उसका अनुभव रहा है। कारोबारी ही नहीं बल्कि कई राजनेता व बड़े पदों पर बैठे लोग भी लगातार अपने ज्योतिषि के संपर्क में रहते है व अपने बड़े निर्णय उनकी सलाह के बिना नहीं लेते जिनमें नया कारोबारी निर्णय, चुनाव लडऩे व प्रचार से संबंधित निर्णय, घाटे से बाहर निकलने के उपाय और किस सेक्टर में कारोबार करना है आदि प्रमुख है। ऐसे लोगों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है जो मानते है कि ज्योतिष शास्त्र से इंसान को अपना फ्यूचर जानने व उसे कंट्रोल करने की पॉवर मिल सकती है व इससे जीवन में होने वाली अनचाही घटनाओं का प्रभाव कम किया जा सकता है। हमारे यहां शादी-ब्याह के मामलों में कुण्डली के मिलान करने की प्रथा है जिसकी उपयोगिता बदलते सामाजिक माहौल में कम होती जा रही है वहीं दूसरी तरफ लोग अपनी पर्सनल खुशहाली यानि फाइनेंशियल फ्यूचर के बारे में इतिहास में सबसे ज्यादा चिंतित रहने लगे हैं जिसे जानने के लिए ज्योतिष विद्या मुख्य आधार बन गई है एक ज्यातिषि ने बताया कि उनके पास 80 प्रतिशत से ज्यादा लोग अपनी कारोबारी व प्रोफेशनल परेशानियों को लेकर आते हैं क्योंकि उन्हें लगता है कि उनकी पर्सनल मुश्किलों को वे खुद ही मैनेज कर सकते है। इनका कहना है कि इंसान के लिए फाइनेंशियल ग्रोथ सबसे जरूरी चीज बन चुकी है जिसके आगे बाकी सभी समस्याएं छोटी लगने लगी है। व्यक्ति के जीवन में समय की चाल का कितना महत्व है व क्या आने वाले खराब समय को अपने हिसाब से सही किया जा सकता है, इस सवाल का वैसे तो ठोस जवाब आजतक कोई नहीं ढूंढ पाया है पर ज्योतिष विद्या के जानकार ऐसा कर पाने का दावा करते है और शायद यही कारण है जिसके चलते कारोबारी दिग्गजों से लेकर राजनेता व आम आदमी भी उनकी सलाह मानते हुए अपने महत्वपूर्ण निर्णय लेते हैं। अगर ज्योतिष विद्या या स्किल से किसी अनहोनी व अप्रिय घटना का प्रभाव घट सकता है और कुछ उपाय या सलाह अच्छे रिजल्ट देकर खुशहाली में इजाफा करते है तो समय की चाल से तालमेल बिठाने के संकेतों का मिलना इंसान के लिए कुदरत का सबसे बड़ा तोहफा कहा जा सकता है जो शायद नसीब वालों को ही ज्यादा मिल पाता है, ऐसा कई लोगों के अनुभवों से पता लगता है।


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