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17-04-2025

‘इंडिया में वल्र्ड की दूसरी सबसे बड़ी इकोनॉमी बनने की कैपेबिलिटी’

  •  अरबपति निवेशक मार्क मोबियस ने कहा कि भारत अगर मजबूती और नीति निरंतरता के वर्तमान मार्ग पर बना रहता है, तो इसमें दुनिया की तीसरी नहीं, बल्कि दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की क्षमता है। उन्होंने आगे कहा कि बीते कुछ वर्षों में भारत दुनिया की 11वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था से पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है। मौजूदा समय में कुल जीडीपी के मामले में अमेरिका, चीन, जर्मनी और जापान ही भारत से आगे हैं। आईएमएफ के ताजा अनुमानों के अनुसार, भारत की रियल जीडीपी 4.3 ट्रिलियन डॉलर की है, जो जापान के 4.4 ट्रिलियन डॉलर और जर्मनी के 4.9 ट्रिलियन डॉलर से मामूली रूप से कम है। जीडीपी वृद्धि दर के अनुमान को देखें, भारत इस साल जापान और 2027 तक जर्मनी से आगे निकल सकता है। मोबियस ने कहा कि भारत में दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की क्षमता है। उन्होंने आगे कहा, भारत की जनसंख्या अब चीन से काफी ज्यादा है। अब अनुमान लगाया जा रहा है कि चीन की जनसंख्या वास्तव में 800 मिलियन या उससे कम है, जिसकी औसत आयु भारत के 1.2 बिलियन लोगों से कहीं अधिक है। मोबियस ईएम ऑपर्च्युनिटीज फंड चलाने वाले वैश्विक निवेशक ने कहा, अगर भारत आयात प्रतिबंधों (टैरिफ और गैर-टैरिफ दोनों) को हटाने में सक्षम हो जाता है, तो मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में तेजी आएगी और अर्थव्यवस्था मजबूत होती जाएगी। वैश्विक अनिश्चितताओं के बावजूद भारतीय शेयर बाजार के हालिया प्रदर्शन पर मोबियस ने कहा कि अमेरिकी रेसिप्रोकल टैरिफ लगने से पहले भी भारतीय शेयर बाजार में काफी गिरावट हुई थी। उन्होंने आगे कहा, बाजार में रिकवरी जरूर आएगी। ऐसे में अच्छे शेयरों को एवरेज करने का यह सही समय है। अगर किसी निवेशक के पास शेयर पहले से हैं तो उसे होल्ड करने का यह सबसे अच्छा समय है। हाल के कुछ दिनों में भारतीय शेयर बाजार में तेजी देखने को मिली है। बीते पांच कारोबारी सत्रों में सेंसेक्स और निफ्टी करीब 4 प्रतिशत का रिटर्न दे चुके हैं।

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‘इंडिया में वल्र्ड की दूसरी सबसे बड़ी इकोनॉमी बनने की कैपेबिलिटी’

 अरबपति निवेशक मार्क मोबियस ने कहा कि भारत अगर मजबूती और नीति निरंतरता के वर्तमान मार्ग पर बना रहता है, तो इसमें दुनिया की तीसरी नहीं, बल्कि दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की क्षमता है। उन्होंने आगे कहा कि बीते कुछ वर्षों में भारत दुनिया की 11वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था से पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है। मौजूदा समय में कुल जीडीपी के मामले में अमेरिका, चीन, जर्मनी और जापान ही भारत से आगे हैं। आईएमएफ के ताजा अनुमानों के अनुसार, भारत की रियल जीडीपी 4.3 ट्रिलियन डॉलर की है, जो जापान के 4.4 ट्रिलियन डॉलर और जर्मनी के 4.9 ट्रिलियन डॉलर से मामूली रूप से कम है। जीडीपी वृद्धि दर के अनुमान को देखें, भारत इस साल जापान और 2027 तक जर्मनी से आगे निकल सकता है। मोबियस ने कहा कि भारत में दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की क्षमता है। उन्होंने आगे कहा, भारत की जनसंख्या अब चीन से काफी ज्यादा है। अब अनुमान लगाया जा रहा है कि चीन की जनसंख्या वास्तव में 800 मिलियन या उससे कम है, जिसकी औसत आयु भारत के 1.2 बिलियन लोगों से कहीं अधिक है। मोबियस ईएम ऑपर्च्युनिटीज फंड चलाने वाले वैश्विक निवेशक ने कहा, अगर भारत आयात प्रतिबंधों (टैरिफ और गैर-टैरिफ दोनों) को हटाने में सक्षम हो जाता है, तो मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में तेजी आएगी और अर्थव्यवस्था मजबूत होती जाएगी। वैश्विक अनिश्चितताओं के बावजूद भारतीय शेयर बाजार के हालिया प्रदर्शन पर मोबियस ने कहा कि अमेरिकी रेसिप्रोकल टैरिफ लगने से पहले भी भारतीय शेयर बाजार में काफी गिरावट हुई थी। उन्होंने आगे कहा, बाजार में रिकवरी जरूर आएगी। ऐसे में अच्छे शेयरों को एवरेज करने का यह सही समय है। अगर किसी निवेशक के पास शेयर पहले से हैं तो उसे होल्ड करने का यह सबसे अच्छा समय है। हाल के कुछ दिनों में भारतीय शेयर बाजार में तेजी देखने को मिली है। बीते पांच कारोबारी सत्रों में सेंसेक्स और निफ्टी करीब 4 प्रतिशत का रिटर्न दे चुके हैं।


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