इंजन थंप के जरिए करोड़ों हिंदुस्तानियों के दिल में जगह बना चुकी रॉयल एनफील्ड मिलियन क्लब में शामिल हो गई है। प्रीमियम मिड सैगमेंट की प्राइसिंग के कारण रॉयल एनफील्ड का यह अचीवमेंट और भी बड़ा है। अभी हीरो मोटोकॉर्प, होंडा, बजाज और टीवीएस ही मिलियन क्लब में हैं। मिलियन क्लब यानी साल में 10 लाख गाडिय़ां बेचने वाली कंपनियां। रिपोर्ट के अनुसार कंपनी ने मार्च 2025 में 88,050 बाइक्स बेची हैं इस तरह कंपनी का वित्त वर्ष में कुल सेल्स वॉल्यूम 10 लाख यूनिट्स के लेवल को पार कर गया। वित्त वर्ष 25 में रॉयल एनफील्ड की कुल सेल्स 11 परसेंट की ग्रोथ के साथ 10,09,900 यूनिट्स रही। वित्त वर्ष 2024 में कंपनी ने 912,732 यूनिट्स बेची थीं। कंपनी ने 2025 में 10 लाख यूनिट्स के लेवल को पार करने का टार्गेट रखा था। प्रीमियम मिड सेगमेंट में हालांकि रॉयल एनफील्ड के पास पहले जैसी फ्रीरन की सहूलियत नहीं है क्योंकि हीरो मोटोकॉर्प, होंडा मोटरसाइकल एंड स्कूटर इंडिया और बजाज ऑटो जैसे देसी दिग्गजों के साथ हार्ले-डेविडसन और ट्रायम्फ जैसे ग्लोबल खिलाड़ी भी विस्तार कर रहे हैं। मिलियन क्लब में शामिल होने और ग्लोबल मार्केट्स में गैप का फायदा उठाने के लिए कंपनी रिकॉर्ड संख्या में नए लॉन्च किए, मौजूदा मॉडलों को नए कलर और फीचर्स के साथ अपडेट किया है। एनेलिस्ट कहते हैं कि स्ट्रेटेजिक मार्केटिंग केंपेन और डीलर नेटवर्क का विस्तार करने से भी कंपनी को ब्रांड विजिबिलिटी और सेल्स वॉल्यूम बढ़ाने में मदद मिली है। रॉयल एनफील्ड का 350-500 सीसी सैगमेंट में 85 परसेंट और 500-800 सीसी सैगमेंट में 96 परसेंट मार्केट शेयर है। नए मॉडलों गुरिल्ला 450, क्लासिक 350 और स्क्रैम440 ने कंपनी के 350-500 सीसी लाइनअप को मजबूत किया। वहीं शॉटगन 650, बियर 650 और क्लासिक 650 के साथ 650 सीसी पोर्टफोलियो का विस्तार हुआ। कंपनी की सेल्स के लिहाज के आज भी क्लासिक350 आज भी फ्लेगशिप मॉडल बना हुआ है और इसकी महीने की औसत सेल्स 30,000-32,000 यूनिट्स है। वहीं हंटर और मीटियॉर क्रमश: 12,000-15,000 और 8,000-10,000 यूनिट्स का योगदान दे रहे हैं। कंपनी ने कहा है कि हंटर 350 ने 5 लाख यूनिट्स के सुपर मीटियोर 650 ने 50 हजार यूनिट्स के सेल्स वॉल्यूम को पार कर लिया है। इंटरनेशनल मार्केट में वित्तीय वर्ष 2025 में रॉयल एनफील्ड की सेल्स में तेज रिकवरी हुई है। वित्तीय वर्ष 2024 में कंपनी की इंटरनेशनल सेल्स 22 परसेंट घट गई थी। कंपनी ने वल्र्ड मार्केट को टार्गेट करने के लिए थाईलैंड में अपना छठा इंटरनेशल प्लांट खोला है। इसने बांग्लादेश के बाजार में भी प्रवेश किया और लैटिन अमेरिका, उत्तरी अमेरिका, दक्षिण एशिया और ओशिनिया में अपनी मार्केट प्रजेंट बढ़ाना जारी रखा। ब्राजील, अर्जेंटीना, कोलंबिया, मैक्सिको, नेपाल और श्रीलंका आदि मार्केट में भी कंपनी का सेल्स वॉल्यूम बढ़ रहा है।
