पैम्पर्ड चाइल्ड नहीं होता? ग्लोबल दिग्गज हार्ले डेविडसन भी ट्रंप के आने के बाद से पैम्पर्ड चाइल्ड की तरह व्यवहार कर रही है। आप जानते हैं हार्ले डेविडसन के जरिए ट्रंप भारत पर पिछले कार्यकाल में भी हमले करते थे। ...दे चार्ज अस 100' टैरिफ...की बात ट्रंप कई बार दोहरा चुके हैं। हालांकि भारत में हार्ले डेविडसन अब चमक खो चुकी है लेकिन ट्रंप तो ट्रंप ठहरे। वैसे भारत सरकार ने हेवी मोटरसाइकल के एसकेडी और सीबीयू इंपोर्ट पर टैरिफ घटा दिया है लेकिन हार्ले को असल खतरा ईयू से है। भारत और अमेरिका के बीच ट्रेड मोलभाव में हार्ले डेविडसन बड़ा फैक्टर रही है। अमेरिका ने भारत के अल्फांजो आम के इंपोर्ट को बैन कर रखा था। जब भारत ने हार्ले के लिए दरवाजे खोले तो अल्फांजो भी अमेरिका में बिकने लगा। हाल ही ट्रंप टैरिफ के जबाव में ईयू ने अमेरिकी इंपोर्ट्स पर टैरिफ बढ़ा दिया है। अमेरिका का टैरिफ तो 9 अप्रेल से लागू हो चुका है। यदि ईयू के जवाबी टैरिफ अप्रेल में लागू होते हैं तो हार्ले के लिए बड़ी मुश्किल हो जाएगी। हार्ले वैसे ही डाउनहिल ड्राइव पर है और 2008 के बाद से इसकी ग्लोबल सेल्स आधी से भी ज्यादा घट चुकी है। साथ में लगी टेबल के अनुसार 2008 में क्रूजर मोटरसाइकल दिग्गज ने कुल 3.03 लाख बाइक्स बेची थीं जो लगातार गिरावट के साथ 2024 में केवल 1.48 लाख रह गईं। ईयू के इंपोर्ट टैरिफ बढ़ा देने से हार्ले डेविडसन ने ट्रंप से विदेशी बाइक ब्रांड्स पर पलटवार करने की अपील की है। ईयू ने ट्रंप टैरिफ के जवाब में अमेरिकी प्रॉडक्ट्स पर इंपोर्ट ड्यूटी 50 परसेंट बढ़ा दी है जिससे क्राइसिस में फंसी हार्ले की राइड और भी मुश्किल हो गई है।
हार्ले डेविडसन के सीएफओ जोनाथन रूट ने अमेरिकी कांग्रेस के ट्रेड पैनल से कहा कंपीटिंग ब्रांड्स को अमेरिकी मार्केट में लो कॉस्ट मैन्युफैक्चरिंग और डिस्काउंडेट इंपोर्ट टैरिफ का लाभ नहीं मिलना चाहिए। यूरोपीय संघ के जवाबी टैरिफ से हार्ले डेविडसन की मोटरसाइकल बहुत महंगी हो जाएंगी। जैसे इसकी टूरिंग बाइक रोडग्लाइड अमेरिका में $28 हजार डॉलर में बिकती है जो अभी 25 परसेंट वैट और 150 परसेंट लक्जरी टेक्स जोडऩे के बाद डेनमार्क में लगभग $77 हजार डॉलर में बिकती है। लेकिन यदि ईयू का जवाबी टैरिफ लागू हो जाता है तो रोड ग्लाइड की प्राइस ईयू के देशों में करीब 1.24 लाख डॉलर हो जाएगी। हार्ले ट्रंप के दिल के कितनी करीब है इसका अंदाजा इस बात से भी लगाया जा सकता है कि कंपनी के मिल्वौकी प्लांट का वे कई बार दौरा कर चुके हैं। और कई बार भारत पर अटैक करने के लिए वे हार्ले डेविडसन को बैकग्राउंड में रखकर फोटो रिलीज करते हैं। ट्रंप ही क्यों हार्ले रिपब्लिकन्स की फेवरेट चाइल्ड रही है। वर्ष 1980 में रीगन प्रशासन ने इंपोर्टेड बाइक्स पर टेक्स लगाकर हार्ले को बैंकरप्ट होने से बचाया था। वर्ष 2018 में ईयू ने अमेरिका के साथ मेटल ट्रेड वॉर छिड़ जाने हार्ले पर 3 साल के लिए 25 परसेंट टैरिफ लगा दिया जिससे हार्ले पर 16.6 करोड़ डॉलर का एक्स्ट्रा बोझ पड़ा था। इससे बचने के लिए हार्ले ने अपने कुछ प्रॉडक्शन को थाईलैंड शिफ्ट कर दिया था। इंडस्ट्री एनेलिस्ट माइकल अलरिश के अनुसार ईयू के बाजारों पर ट्रायंफ, डुकाटी और बीएमडब्ल्यू जैसे ब्रांड्स का दबदबा है ऐसे में हार्ले के लिए यूरोप में कम स्पेस बचता है। कंपनी को यूरोप में टेस्ला जैसा व्यवहार होने का भी डर है। हार्ले वैसे भी यूरोप में अपने एंट्री लेवल लेकिन 30 परसेंट सेल्स जेनरेट करने वाले मॉडल स्पोर्टस्टर को ...जेब जलाऊ... और एमिशन नॉम्र्स के कारण फेजआउट कर चुकी है। इसके रिप्लेसमेंट के रूप में कंपनी ने नाइटस्टर को लॉन्च किया था लेकिन इसकी ज्यादा अपील नहीं है। हार्ले मध्य यूरोपीय के एक्जेक्टिव रहे क्रिश्चियन अर्नेजेडर कहते हैं कि कंपनी एंट्री लेवल मार्केट में पिछड़ चुकी है।
