भारत की सबसे बड़ी एयरलाइन ऑपरेटर कंपनी इंडिगो ने अनुमान जताया कि पिछले सप्ताह बड़े पैमाने पर फ्लाइट कैंसल होने से प्रभावित ग्राहकों को कुल मिलाकर 500 करोड़ रुपये से अधिक का भुगतान करना पड़ेगा। एयरलाइन ने कमजोर पायलट रोस्टर प्लानिंग के कारण पिछले सप्ताह करीब 4,500 फ्लाइट्स रद्द कर दी थीं, जिससे देशभर के एयरपोर्ट्स में हजारों लोग फंस गए थे। रिपोर्ट कहती हैं कि 30-40 घंटे तक फंसे रहने के बावजूद इंडिगो इनके लिए वैकल्पिक व्यवस्था नहीं कर पाई थी। रिपोर्ट यह भी कहती हैं कि करीब 4 हजार लगेज तो कंपनी अब तक नहीं लौटा पाई है। इंडिगो के खिलाफ कड़ी कार्यवाही करते हुए सिविल एविएशन रेगुलेटर डीजीसीए ने घरेलू विंटर शेड्यूल में कंपनी को फ्लाइट्स में 10 परसेंट कटौती कर दी है। इंडिगो ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि वह उन फ्लाइट्स की पहचान कर रही है जिनमें यात्रियों को भारी परेशानी हुई और जो 3, 4 और 5 दिसंबर को एयरपोर्ट्स पर फंसे रहे। इंडिगो ने कहा कि वह उन ग्राहकों को मुआवजा देगी जिनकी फ्लाइट्स डिपार्चर टाइम से 24 घंटे के भीतर रद्द की गईं और/या जो कुछ एयरपोर्ट्स पर गंभीर रूप से फंसे रहे।