सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) सेवा प्रदाता कंपनी इन्फोसिस का एकीकृत शुद्ध लाभ चालू वित्त वर्ष की पहली (अप्रैल-जून) तिमाही में 8.6 प्रतिशत बढक़र 6,921 करोड़ रुपये रहा है। कंपनी ने चालू वित्त वर्ष में राजस्व में एक से तीन प्रतिशत की वृद्धि का अनुमान लगाया है। बेंगलुरु मुख्यालय वाली कंपनी का शुद्ध लाभ (कंपनी के मालिकों के कारण) पिछले वित्त वर्ष (2024-25) की समान तिमाही में 6,368 करोड़ रुपये था। इन्फोसिस ने शेयर बाजार को दी सूचना में बताया कि उसकी परिचालन आय समीक्षाधीन तिमाही में 7.53 प्रतिशत बढक़र 42,279 करोड़ रुपये पर पहुंच गई, जो पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 39,315 करोड़ रुपये रही थी। पिछली यानी जनवरी-मार्च तिमाही की तुलना में कंपनी का शुद्ध लाभ 1.5 प्रतिशत घटा है, वहीं राजस्व 3.3 प्रतिशत बढ़ा है। इन्फोसिस के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) और प्रबंध निदेशक सलिल पारेख ने कहा, पहली तिमाही में हमारा प्रदर्शन हमारी उद्यम एआई क्षमताओं की मज़बूती, ग्राहक समेकन निर्णयों में सफलता और हमारे 3,00,000 से ज़्यादा कर्मचारियों के समर्पण को दर्शाता है। इस दौरान 3.8 अरब डॉलर के बड़े सौदे हमारी विशिष्ट प्रतिस्पर्धी स्थिति और गहरे ग्राहक संबंधों को दर्शाते हैं। कंपनी ने चालू वित्त वर्ष के लिए राजस्व वृद्धि के निचले स्तर के लक्ष्य को बढ़ा दिया है। अब यह स्थिर मुद्रा में एक से तीन प्रतिशत है, जबकि वित्त वर्ष की शुरुआत में यह शून्य से तीन प्रतिशत था। बीएसई पर इन्फोसिस का शेयर 0.90 प्रतिशत की गिरावट के साथ 1,556 रुपये प्रति शेयर पर बंद हुआ। कंपनी के नतीजों की घोषणा बाजार बंद होने के बाद की गई।