ई - पेपर Subscribe Now!
ePaper Subscribe Now!
Download Android Mobile App
Daily Business Newspaper | A Knowledge Powerhouse in Hindi
‘‘दृष्टव्य है कि क्रोध से भ्रम पैदा होता है और भम्र से बुद्धि व्यग्र होती है जो मनुष्य के पतन का कारण है।’’
We have all sinned and come short of the glory of making ourselves as comfortable as we easily might have done.
जब चारों तरफ अमीरों की फौज खड़ी हो या पूंजी का प्रवाह बना हुआ हो तो साधारणतया यह माना जाता है कि हम ऐसे दौर में प्रवेश कर रहे हैं, जिसमें हर परंपरा के इतिहास......
शास्त्रों में कहा गया है कि मोक्ष का मार्ग गृहस्थ के द्वार से हो कर जाता है क्योंकि जो भक्ति सुख व विराट वैभव गृहस्थ को थोड़ा सा करने पर मिल सकता है वह...
आज 2 अक्टूबर यानी गांधी जयंती है, अत: इस अवसर पर हम ऐसी ढेरों राजनीतिक एवं गैर-राजनीतिक गतिविधियां देखते हैं जो गांधीजी के सिद्धान्तों के बारे में बतलाती हो...
जिस प्रकार किसी मानवीय अवस्था पर यमराज के प्रहार का आशय उसकी शारीरिक Assets (सम्पदा) से Liablities (दायित्व) में परिवर्तित होने के साथ अपने जीवनकाल में पहचान,......
जब किसी देश की समाज व्यवस्था के विकास एवं पोषण का मॉडल प्रकृति के स्थान पर अर्थप्रधान बनते हुए घूमता हुआ...